Published 06:00 IST, October 2nd 2020
Gandhi Jayanti poems, slogans and drawings you can share with your family and friends
Here are some Gandhi Jayanti poems, slogans and drawings to share with your loved ones on this special occasion to remember our father of the nation.
October 2 is a very special day for India as it marks the birth anniversary of the ‘Father of the Nation’ Mahatma Gandhi. Mohandas Karamchand Gandhi was born on October 2, 1869, in Porbandar, Gujarat. Gandhiji was a barrister by profession and he played an extremely vital role in helping India attain its freedom from British rule.
His nature of practicing ‘ahimsa’ and his peaceful approach garnered him the name, ‘Bapu’. Even today, Mahatma Gandhiji is remembered for his valuable contribution towards helping India gain its independence from the Britishers. 2020 marks his 151st birth anniversary. To commemorate this special day, here are some poems, lines, slogans and drawings that can be shared with your family and friends.
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Gandhi Jayanti poems
2 अक्टूबर खास बहुत है इसमें है इतिहास छिपा,
इस दिन गाँधी जी जन्मे थे दिया उन्होंने ज्ञान नया,
सत्य अहिंसा को अपनाओ इनसे होती सदा भलाई,
इनके दम पर गाँधी जी ने अंग्रेजों की फौज भगाई,
इस दिन लाल बहादुर जी भी इस दुनिया में आये थे,
ईमानदार और सबके प्यारे कहलाये थे,
नहीं भुला सकते इस दिन को ये दिन तो है बहुत महान,
इसमें भारत का गौरव है इसमें तिरंगे की शान हैं।
जिस बापू ने सारे जग में
हिन्दुस्तान का नाम किया
उस पर ही इक घात लगाकर
अनहोनी ने काम किया
बापू ने बस राम कहा और
चिर निद्र में विश्राम किया
यह संसार नमन करता है
आजादी की शान को
हम श्रद्धा से याद करेगें
गाँधी के बलिदान को.
आँखों पर चश्मा हाथ में लाठी और चेहरे पर मुस्कान,
दिल में था उनके हिंदुस्तान,
अहिंसा उनका हथियार था,
अंग्रेजों पर भारी जिसका वार था,
जात-पात को भुला कर वो जीना सिखाते थे,
सादा हो जीवन और अच्छे हो विचार,
बड़ो को दो सम्मान और छोटो को प्यार,
बापू यही सबको बताते थे,
लोगों के मन से अंधकार मिटाते थे,
स्वच्छता पर वे देते थे जोर,
माँ भारतीय से जुड़ी थी उनकी दिल को डोर,
ऐसी शख्सियत को हम कभी भूला ना पाएंगें,
उनके विचारों को हम सदा अपनायेंगे।
आजादी के आप पुरोधा भारत की पहचान हो बापू,
नाम तुम्हारा सदा अमर है सूरज की संतान हो बापू,
सदा सत्य के रहे पुजारी करुणा की जलधार हो बापू,
दिनों के तो सेवक हो और दुखियों के भरतार हो बापू,
जन्म दिवस पर कोटि नमन हर साँस तुम्हें अर्पण हो बापू,
सदा तुम्हारी कीर्ति शेष है हर युग का दर्पण हो बापू,
आजादी के आप पुरोधा भारत की पहचान हो बापू,
नाम तुम्हारा सदा अमर है सूरज की सन्तान हो बापू।
(Poem Credits: Support Me India & RK Alert)
Gandhi Jayanti lines
- Gandhi Jayanti is celebrated as a National Holiday in India to mark the birthday of Mohandas Karamchand Gandhi, the ‘Father of the Nation’.
- Gandhi was born on 2nd October 1869; therefore each year Gandhi Jayanti is celebrated on this day.
- It is observed in all states and union territories of India as one of the three officially declared National Holidays of India.
- On 15 June 2007, The United Nations General Assembly announced that October 2nd will be celebrated as the International Day of Non-Violence.
- Gandhi had a natural love for ‘truth’ and ‘duty’.
Gandhi Jayanti Slogans
जहां प्रेम है वहां जीवन है।
आप नम्र तरीके से दुनिया को हिला सकते हैं।
सरलता के साथ जिएं ताकि बाकी लोग बस जी सकें।
मैं उसे धार्मिक कहता हूँ जो दूसरों का दर्द समझता हैं।
कायरता से कहीं ज्यादा अच्छा है, लड़ते-लड़ते मर जाना।
Gandhi Jayanti Drawings
(Image Credits: Shutterstock)
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Updated 06:00 IST, October 2nd 2020